श्री गिरिधर जी की कुन्डलिया: 1 (नवीन चतुर्वेदी की प्रस्तुति)
सांई बैर न कीजिए, गुरु, पंडित, कवि, यार|
बेटा, बनिता, पौरिया, यज्ञ करामन हार||
यज्ञ करामन हार, राज मंत्री जो होई|
जोगी, तपसी, बैदु, आपकों तपै रसोई|
कह 'गिरिधर' कवि राय, जुगन सों ये चल आई|
इन तेरह कों 'तरह' दियें बन आवै सांई|
भारत भूमि की माटी से उपजे देशी समाचार साहित्य, काव्य और संस्कृति का संकलन । नरेन्द्र सिंह तोमर ''आनन्द'' - प्रधान सम्पादक , ग्वालियर टाइम्स समूह , प्रधान कार्यालय - 42 गांधी कालोनी , मुरैैना म. प्र. व्हाटस एप्प नंबर 7000998037 एवं ई मेल पता : gwaliortimes@hotmail.com
Gwalior Times Live Gwalior ग्वालियर टाइम्स लाइव
सदस्यता लें
टिप्पणियाँ भेजें (Atom)
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें